गृह प्रवेश, शादी, वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त

01 : 53 : 03 गृह प्रवेश, शादी, वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त

गृह प्रवेश, शादी, वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त

🌟 शुभ मुहूर्त (Auspicious Time)

गृह प्रवेश, शादी, वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त

नया व्यवसाय, नामकरण, यात्रा और पूजा के शुभ दिन

🌟 परिचय

भारतीय ज्योतिष शास्त्र में किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले “शुभ मुहूर्त” देखना अत्यंत आवश्यक माना गया है। सही समय पर आरंभ किया गया कार्य न केवल सफलता दिलाता है, बल्कि दीर्घकालिक शुभ फल भी देता है। ग्रहों, नक्षत्रों और तिथियों के संतुलन से ही शुभ मुहूर्त का निर्धारण किया जाता है।


🏠 गृह प्रवेश (House Warming) के शुभ मुहूर्त

गृह प्रवेश मुहूर्त तभी करना चाहिए जब ग्रह स्थिति अनुकूल हो और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सके।
सामान्य नियम:

  • अमावस्या, पूर्णिमा और राहुकाल में गृह प्रवेश वर्जित होता है।

  • माघ, फाल्गुन, वैशाख और ज्येष्ठ मास सबसे शुभ माने जाते हैं।

गृह प्रवेश के दिन:

  • सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को विशेष शुभ माना जाता है।

  • पूजा के समय लक्ष्मी गणेश की स्थापना और वास्तु पूजन किया जाता है।


💍 विवाह (Marriage) के शुभ मुहूर्त

विवाह जीवन का सबसे महत्वपूर्ण संस्कार है। इसके लिए शुभ मुहूर्त का चयन दोनों पक्षों की जन्म कुंडली के अनुसार किया जाता है।

विवाह मुहूर्त के प्रमुख नक्षत्र:

  • रोहिणी, मृगशिरा, उत्तर फाल्गुनी, हस्त, अनुराधा, रेवती
    शुभ वार:

  • सोमवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार
    वर्जित समय:

  • चातुर्मास (आषाढ़ से कार्तिक तक) और ग्रहण काल


🚗 वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त

वाहन खरीदने से पहले भी ग्रह स्थिति और नक्षत्रों का ध्यान रखना शुभ फल देता है।
शुभ दिन:

  • सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार
    शुभ नक्षत्र:

  • पुष्य, हस्त, रेवती, अनुराधा, चित्रा
    टिप्स:

  • वाहन की चाबी लेने से पहले नारियल फोड़कर शुभारंभ करें।

  • “ॐ नमः शिवाय” या “ॐ श्री गणेशाय नमः” मंत्र का जप करें।


💼 नया व्यवसाय शुरू करने का सही समय

नया व्यवसाय, दुकान या कंपनी शुरू करने का निर्णय शुभ ग्रह योग में किया जाए तो अत्यधिक लाभदायक होता है।

शुभ नक्षत्र:

  • पुष्य नक्षत्र (सभी कार्यों के लिए श्रेष्ठ)

  • हस्त, उत्तरा फाल्गुनी, रेवती, अनुराधा
    शुभ दिन:

  • बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार
    विशेष सुझाव:

  • लक्ष्मी गणेश पूजन के साथ आरंभ करें।

  • राहुकाल में कोई नया कार्य न करें।


👶 नामकरण संस्कार के शुभ मुहूर्त

नामकरण संस्कार बच्चे के जन्म के 11वें या 12वें दिन किया जाता है।
शुभ दिन:

  • सोमवार, बुधवार, गुरुवार
    शुभ नक्षत्र:

  • रोहिणी, मृगशिरा, श्रवण, रेवती
    पूजा विधि:

  • बालक को गोद में लेकर माता-पिता नाम का उच्चारण करें और दीप प्रज्वलित करें।


🛕 पूजा, यात्रा या अन्य कार्यों के शुभ दिन

यात्रा के शुभ मुहूर्त:

  • बुधवार और शुक्रवार को यात्रा आरंभ करना शुभ होता है।

  • दक्षिण दिशा की यात्रा मंगलवार को न करें।
    पूजा/उपवास के दिन:

  • पूर्णिमा, एकादशी, प्रदोष और नवमी को विशेष रूप से पूजन करें।

  • इन दिनों में देवी-देवताओं की आराधना से मानसिक शांति और ऊर्जा प्राप्त होती है।


🧭 शुभ मुहूर्त निकालने के मूल आधार

  1. तिथि (Date): चंद्र कैलेंडर की गणना के अनुसार।

  2. वार (Day): सप्ताह का अनुकूल दिन।

  3. नक्षत्र (Star): ग्रहों की स्थिति और शुभ नक्षत्र का संयोजन।

  4. योग और करण: शुभ योग (शोभन, सुकर्मा, सिद्धि) मुहूर्त को और प्रभावी बनाते हैं।

  5. राहुकाल से बचें: किसी भी शुभ कार्य में राहुकाल वर्जित है।


🌼 निष्कर्ष

शुभ मुहूर्त केवल तिथि या समय का नहीं, बल्कि ग्रहों और नक्षत्रों की ऊर्जा का संतुलन है। जीवन के हर महत्वपूर्ण कार्य के लिए यदि सही समय चुना जाए, तो सफलता, शांति और समृद्धि सुनिश्चित होती है। इसलिए किसी अनुभवी ज्योतिषी की सलाह लेकर ही अपने शुभ कार्यों का आरंभ करें।

 

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