मांगलिक दोष
मांगलिक दोष: क्या है और इसके क्या प्रभाव होते हैं?
मांगलिक दोष क्या है?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव डालती है। जब मंगल ग्रह कुंडली के कुछ विशेष घरों में स्थित होता है, तो उसे मांगलिक दोष कहा जाता है। इस दोष का प्रभाव मुख्य रूप से वैवाहिक जीवन पर पड़ता है, लेकिन इसके अन्य क्षेत्रों पर भी प्रभाव पड़ सकता है।
मांगलिक दोष के प्रकार
मांगलिक दोष मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है:
- सात्विक मांगलिक दोष: यह मांगलिक दोष तब होता है जब मंगल ग्रह कुंडली के 1, 4, 7, 8 या 12वें घर में स्थित होता है। इसे सबसे प्रबल मांगलिक दोष माना जाता है।
- राजसिक मांगलिक दोष: यह तब होता है जब मंगल ग्रह 2, 5, 9 या 11वें घर में स्थित होता है। इसे कम प्रबल मांगलिक दोष माना जाता है।
मांगलिक दोष के प्रभाव
मांगलिक दोष के कारण व्यक्ति के जीवन में कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे:
- वैवाहिक जीवन में कलह: मांगलिक व्यक्ति का विवाह सामान्य व्यक्ति से करने पर वैवाहिक जीवन में कलह और तनाव हो सकता है।
- विवाह में बाधाएं: मांगलिक दोष के कारण विवाह में अड़चनें आ सकती हैं।
- स्वास्थ्य समस्याएं: कुछ मामलों में, मांगलिक दोष के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।
मांगलिक दोष का निवारण
मांगलिक दोष का निवारण करने के लिए कई उपाय किए जा सकते हैं, जैसे:
- कुंडली मिलान: विवाह से पहले दोनों पार्टनर की कुंडलियों का मिलान करवाना आवश्यक है।
- शुभ मुहूर्त: विवाह के लिए शुभ मुहूर्त का चयन करना।
- पूजा-पाठ: नियमित रूप से पूजा-पाठ करने से भी लाभ होता है।
- दान पुण्य: दान पुण्य करने से भी मांगलिक दोष का प्रभाव कम हो सकता है।
- ज्योतिषीय उपाय: ज्योतिषी की सलाह लेना और उनके बताए गए उपायों को करना।
निष्कर्ष
मांगलिक दोष एक ज्योतिषीय विषय है और इसे गंभीरता से लेना चाहिए। हालांकि, चिंतित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि इसके निवारण के कई उपाय हैं। यदि आपको मांगलिक दोष है तो किसी अच्छे ज्योतिषी से संपर्क करें।
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Rajkumar das
25-August-2024Informative
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