ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हमारे जीवन पर नौ ग्रहों (सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु) का गहरा प्रभाव होता है। जब इनमें से कोई ग्रह जन्म कुंडली में कमजोर स्थिति में होता है, तो व्यक्ति के जीवन में बाधाएँ, स्वास्थ्य समस्याएँ या आर्थिक कठिनाइयाँ उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे में ग्रहों के उपाय, रत्न, यंत्र और मंत्र के माध्यम से इन दोषों को दूर किया जा सकता है।
कमजोर संकेत: आत्मविश्वास की कमी, पिता से मतभेद, सरकारी कार्यों में रुकावट।
उपाय:
रविवार के दिन सूर्य को जल अर्पित करें (जल में लाल फूल या गुड़ डालें)।
गायत्री मंत्र या आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
रत्न: माणिक (Ruby) — रविवार को सुबह धारण करें।
कमजोर संकेत: मानसिक तनाव, अनिद्रा, माँ से दूरी, भावनात्मक अस्थिरता।
उपाय:
सोमवार को शिवलिंग पर दूध चढ़ाएँ।
चंद्र मंत्र “ॐ सोमाय नमः” का जप करें।
रत्न: मोती (Pearl) — सोमवार को शुद्ध चाँदी की अंगूठी में धारण करें।
कमजोर संकेत: क्रोध, दुर्घटना, वैवाहिक विवाद।
उपाय:
मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करें।
गुड़ और चना दान करें।
रत्न: मूंगा (Coral) — मंगलवार को तांबे की अंगूठी में पहनें।
कमजोर संकेत: भ्रम, वाणी दोष, व्यापार में हानि।
उपाय:
बुधवार को हरे कपड़े पहनें।
गायों को हरा चारा खिलाएँ।
रत्न: पन्ना (Emerald) — बुधवार को धारण करें।
कमजोर संकेत: शिक्षा में बाधा, वैवाहिक जीवन में विलंब, आर्थिक अस्थिरता।
उपाय:
गुरुवार को पीले वस्त्र धारण करें और विष्णु पूजन करें।
ब्राह्मण को दान दें।
रत्न: पुखराज (Yellow Sapphire) — गुरुवार को पहनें।
कमजोर संकेत: प्रेम जीवन में असफलता, विलासिता की कमी, त्वचा रोग।
उपाय:
शुक्रवार को देवी लक्ष्मी की आराधना करें।
चावल और सफेद वस्त्र का दान करें।
रत्न: हीरा (Diamond) या ओपल (Opal) — शुक्रवार को धारण करें।
कमजोर संकेत: मेहनत का फल न मिलना, न्यायिक समस्या, हड्डी/जोड़ों में दर्द।
उपाय:
शनिवार को शनि देव की पूजा करें।
तिल का तेल दान करें और काले तिल जल में प्रवाहित करें।
रत्न: नीलम (Blue Sapphire) — केवल विशेषज्ञ की सलाह से पहनें।
कमजोर संकेत: भ्रम, नशे की आदत, अचानक दुर्घटनाएँ, मानसिक उलझन।
उपाय:
राहु मंत्र: “ॐ रां राहवे नमः”
केतु मंत्र: “ॐ कें केतवे नमः”
सरसों तेल का दीपक शनिवार को जलाएँ।
रत्न: राहु के लिए गोमेद (Gomed), केतु के लिए लैहसुनिया (Cat’s Eye)।
ग्रह | रत्न | धातु | धारण करने का दिन/समय |
---|---|---|---|
सूर्य | माणिक | सोना/तांबा | रविवार, सूर्योदय से पूर्व |
चंद्र | मोती | चाँदी | सोमवार, शाम का समय |
मंगल | मूंगा | तांबा | मंगलवार, दिन के मध्य |
बुध | पन्ना | सोना | बुधवार, सुबह |
गुरु | पुखराज | सोना | गुरुवार, सूर्योदय के बाद |
शुक्र | हीरा/ओपल | चाँदी | शुक्रवार, दोपहर |
शनि | नीलम | लोहे की अंगूठी | शनिवार, सूर्यास्त से पहले |
प्रत्येक ग्रह के लिए विशिष्ट यंत्र स्थापित करें (जैसे सूर्य यंत्र, शनि यंत्र आदि)।
रोज़ कम से कम 108 बार संबंधित ग्रह मंत्र का जप करें।
ग्रह शांति हवन या पूजा किसी योग्य पंडित की सहायता से करें।
ग्रह दोष जीवन की चुनौतियों का कारण बन सकते हैं, परंतु सही ज्योतिषीय उपायों, रत्नों, और पूजन विधियों के माध्यम से इनका प्रभाव कम किया जा सकता है। हमेशा किसी अनुभवी ज्योतिषी की सलाह लेकर ही रत्न या यंत्र धारण करें।
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