मेष राशि

09 : 43 : 20 मेष राशि

मेष राशि

मेष राशि कि प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि – मेष
  2. राशि चिन्ह – मेढ़ा
  3. राशि स्वामी – मंगल
  4. राशि तत्व – अग्नि तत्व
  5. राशि स्वरूप – चर
  6. राशि दिशा – पूर्व
  7. राशि लिंग व गुण – पुरूष
  8. राशि प्रकृति व स्वभाव – क्रुर स्वभाव, पित प्रकृति
  9. राशि का अंग – सिर
  10. राशि जाति – क्षत्रिय
  11. अनुकूल रत्न – मूंगा
  12. अनुकूल उपरत्न – तामड़ा
  13. अनुकूल रंग – लाल
  14. शुभ दिवस – मंगलवार, रविवार
  15. अनुकूल देवता – शिवजी, भैरव, हनुमान
  16. व्रत, उपवास – मंगलवार
  17. अनुकूल अंक – 9
  18. अनुकूल तारिखें – 9,18,27
  19. मित्र राशियां – सिंह, तुला व धनु
  20. शत्रु राशियां – मिथुन व कन्या
  21. व्यक्तित्व – दबंग, क्रोध युक्त व साहसी
  22. सकारात्मक तथ्य – कुटुम्ब को पालने वाल, चुनौती को स्वीकार करने वाला, सदैव क्रियाशील
  23. नकारात्मक तथ्य – दम्भी, अधैर्यशाली

 

मेष राशि की चारित्रिक विशेषताएं

मेष राशि का स्वामी मंगल है, जो अग्नि तत्व प्रधान होता है। यह पुरूष सूचक राशि है। मेष राशि का राशि चिन्ह ‘मेढ़ा’ है। इसका प्राकृतिक स्वभाव साहसी, अभिमानी व पौरूषशाली है।

कोई जरा-सी विपरीत बात कह दे, तो इनको सहन नहीं होता। ऐसे जातक को क्रोध शीघ्र आता है, परंतु इनका क्रोध क्षणिक होता है।

मेष राशि का व्यक्ति प्रायः मध्यम कद के होते हैं। अति उत्साही होने के कारण कई बार जल्दबाजी में काम को गड़बड़ भी कर देते है। मेष राशि वाले व्यक्ति स्वतंत्र विचारों वाले होते हैं। दूसरों की हुकूमत को ये लोग बिलकुल भी पसन्द नहीं करते तथा एक खास बात और कि ये लोग दूसरों के आधिपत्य या हुकूमत में रहकर विकास नहीं कर सकते, जब ये लोग स्वतंत्र कार्य करेंगे तभी विकास संभव होगा। इनको अपने मनोभावों पर नियन्त्रण रखना चाहिए, परंतु क्रोधावस्था के कारण ये अपना आत्मनियंत्रण खो बैठते हैं।

सामान्यतया मेष लग्न में उत्पन्न जातक साहसी, पराक्रमी, तेजस्वी तथा परिश्रमी होते हैं तथा अपने इन्हीं गुणों से वे जीवन में वंछित मान-सम्मान एवं प्रतिष्ठा अर्जित करने में समर्थ रहतें है। ये अत्यधिक सक्रिय एवं क्रियाशील होते हैं तथा अपने इन्हीं गुणों से जीवन में इच्छित उन्नति प्राप्त करते हैं।

मेष लग्न के प्रभाव से जातक अपने शुभ एवं महत्वपूर्ण कार्यों को परिश्रम एव्र निर्भयता से सम्पन्न करेंगे। इनमें स्वाभिमान का भाव भी विद्यमान रहेगा तथा स्वपरिश्रम व योग्यता से जीवन में मान- सम्मान एवं प्रतिष्ठा अर्जित करने में समर्थ होंगे।

इनके स्वभाव में प्रारम्भ में तेजस्विता का भाव विद्यमान रहेगा। फलतः यदा-कदा आप अनावश्यक क्रोध एवं चंचलता का प्रदर्शन करेंगे। जीवन में आपको जन्मभूमि के अतिरिक्त अन्य स्थान में सफलता प्राप्त नहीं होगी तथा वहीं आपका जीवन सुखपूर्वक व्यतीत होगा। साथ ही सांसारिक सुखोपभोग के साधनों को भी आप परिश्रमपूर्वक अर्जित करके सुखपूर्वक इनका उपभोग करने में समर्थ होंगे।

इस लग्न में जन्मे जातक को जीवन में काफी समस्याओं एवं परेशानियों को सामना करना पड़ेगा, परन्तु अपने परिश्रम एवं दृढ़ संकल्प शक्ति के द्वारा आप इनका सामना तथा समाधान करने में समर्थ होंगे। आपकी प्र्रवृति में उदारता तथा सहिष्णुता का भाव भी विद्यमान रहेगा तथा अवसरानुकूल अन्य जनों को आप अपना सहयोग प्रदान करेंगे, जिससे आपके प्रति लोगों के मन में आदर का भाव उत्पन्न होगा।

आपके सांसारिक कार्य यद्यपि विलम्ब से सिद्ध होंगे, परंतु गौरव एवं सम्मान का भाव बना रहेगा। कार्यक्षेत्र मे आपको परिश्रम से उन्नति प्राप्त होगी तथा सामाजिक जनों के मध्य भी समय पर मान-सम्मान मिलता रहेगा। आपको अपनी प्रवृति का अन्य जनों के समक्ष साद्गीपूर्ण प्रदर्शन करना चाहिए तथा इसमें अनावश्यक दिखावे का समावेश नहीं करना चाहिए। जीवन में आपको इच्छित सुख-ऐश्वर्य एवं वैभव की प्राप्ति होगी। आप एक परिश्रमी, तेजस्वी, कार्य निकालने में चतुर, परन्तु मन्द गति से कार्य करने वाले होंगे तथा जीवन में आवश्यक सुखों का उपभोग करने में समर्थ होंगे।

 

आप बहुत ही परिश्रमी व साहसिक कार्यों में रूचि लेने वाले व्यक्ति हैं। ऐसे व्यक्ति प्रायः खेल-कूद, शिकार, सैनिक व पुलिस विभाग, मशीन, भट्टी व ज्वलनशील पदार्थों तथा धातु इत्यादि वस्तुओं में रूचि लेते देखे गए हैं।

धार्मिक विचारों में आपका दृष्टिकोण अन्य लोगों से भिन्न है। आप शक्ति के उपासक हैं। ऐसे व्यक्ति अपनी बात के धनी होते हैं तथा आपकी राशि अग्नि तत्व प्रधान होते हुए भी आप शर्त के पक्के होते हैं। आप झगड़ा करना पसंद नहीं करते, परंतु जब कोई सीमा का उल्लंघन करने की चेष्टा करता है, तो उसे जबरदस्त सबक सिखाए बिना नहीं रहते। युद्धकला में प्रायः ऐसे व्यक्ति निपुण होते हैं। भुमि व कोर्ट- कचहरी संबंधी कार्यों में ये प्रायः विजय प्राप्त करते हैं।

आपका भाग्योदय 28 वर्ष के पश्चात् होने की संभवना बनती है। परंतु इसके लिए कुण्डली में भाग्येश का विचार करना भी आवश्यक है।

यदि आपका जन्म 21 मार्च व 20 अप्रैल के मध्य हुआ है, तो आपका भाग्योदय निश्चित रूप से 28 वर्ष के पश्चात् संभव निर्मित है। आप पुर्णतः सेल्फमेड व्यक्ति हैं। आप अपना भाग्य स्वयं निर्मित करते हैं। परन्तु याद रखें, बिना परिश्रम के आपको विशेष लाभ होने की संभावना नहीं है।

यदि आपका जन्म ‘भारणी‘ नक्षत्र में है तथा आपका नाम ‘ल‘ से आरंभ होता है, तो आप कुछ लम्बे कद वाले व्यक्तियों की गिनती में हैं। आपके अनेक मित्र हैं तथा मित्रजनों पर आपकी पूर्ण कृपा है। आपको छिछले एवं चुगलखोर मित्र कतई पसन्द नहीं। आप दूरदर्शी होने के साथ-साथ मितव्ययी भी हैं। फिजूल के खर्च व व्यर्थ के दिखावे में आपकी रूचि नहीं है। भ्रमण व घूमने-फिरने के शौक के साथ-साथ आपको उतेजनापुर्ण चटपटे भोजन में भी बहुत रूचिा होती है।

लाल रंग व ज्वलनशील पदार्थ आपके अनुकूल कहे जा सकतें हैं। मंगल एक शौर्यवान व तेजोमय ग्रह होने से, जहां शांति व प्रसन्नता असफल हो जाती है, वहां पर आप झगड़े व डांट-डपट से अपना कार्य आसानी से सिद्ध कर सकते हैं।

आपके लिए मंगलवार सर्वश्रेष्ठ शुभकारी रहेगा तथा इष्टदेव के रूप में हनुमानजी आपके मनोरथ को पूर्ण करेंगे। आपका अनुकूल रत्न ‘मुंगा’ है।

मेष राशि वालों के लिए उपाय

  1. मेष राशि वालों को बजरंगबली की उपासना, सुन्दरकाण्ड, हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। कर्ज से निर्वति के लिए ऋणमोचन मंगल स्त्रोत का पाठ करना चाहिए।
  2. आजीविका (काम-काज, कार्यक्षेत्र) में यदि समस्या आ रही हो तो ‘मुंगा’ अथवा ‘तामड़ा’ युक्त ‘मंगल यंत्र’ गले में भी धारण करें।
  3. मंगलवार को व्रत करें। मसूर की दाल व गुड़ गाय को खिलाएं।
  4. तांबा और सोना के मिश्रण से सवा 5 से 9 रती तक की अंगूठी बनाकर धारण करें। लाभ होगा।
  5. मूंगा या तामड़ा रत्न धारण करें। इनके अभाव में ताम्र का सिक्का भी धारण किया जा सकता हैं।

all comments

  • Chandranath Mukherjee
    28-February-2023

    Excellent sir

  • Devinder Kumar
    02-March-2023

    Nice

  • Devinder Kumar
    02-March-2023

    Nice

  • GOUTAM KUMAR SHARMA
    01-April-2023

    अति उत्तम , महाशय ।

  • VITTHAL BHAGAWAN BAWADANAKAR
    13-April-2023

    Important jankari hai

  • Shiba Shankar Nayak
    16-May-2023

    Thank You Sir 🙏🙏🙏

  • Santosh Kumbhar
    10-June-2023

    nice

  • Arpita jain
    04-July-2023

    Briefly described 🙏

  • debananda chandra rout
    06-July-2023

    nice and precise information, nut one rashi details is not availabe in the contents i.e Kanya,please look into

  • Rashmi ranjan moharana
    10-July-2023

    You are great sir

  • Devendra Kumar Jain
    15-July-2023

    thanking you sir

  • Amit pal
    20-July-2023

    Amazing content

  • Amit pal
    20-July-2023

    Thanks dear GURU ji 😊.

  • Amit pal
    24-July-2023

    Thanks

  • Nikhil Banerjee
    25-July-2023

    Very Nice Thanks sir ji

  • Shweta Nenawati
    26-July-2023

    Excellent sir

  • Himanshu urf Shubham Gupta
    05-August-2023

    Nice information sir

  • Drx. Shweta Bharatarinath Chavan
    10-August-2023

    Nice

  • Drx. Shweta Bharatarinath Chavan
    10-August-2023

    Great

  • Varsha kayath
    12-September-2023

    Thanks sir

  • Goutam Kumar Rout
    29-September-2023

    Thanks

  • Sanjay Vishwakarma
    29-October-2023

    Thanks.

  • Jyoti Prakash Nayak
    02-November-2023

    Excelent info Sir!

  • Diptiranjan Lenka
    17-December-2023

    Nice

  • Bijesh Kumar
    27-December-2023

    Thanks

  • Himanshu Gupta
    05-January-2024

    Nice sir

  • Bharti Patwa
    29-April-2024

    nice

  • Pavan Sachan
    29-April-2024

    Astrology ki bahut achchi jankari di hai rashi aur tatva ke vishay me

  • Aditi dey
    30-April-2024

    Bahut ache jankari he

  • Aditi dey
    30-April-2024

    Bahut ache jankari he

  • sumit kangsa banik
    31-May-2024

    sir itna sara defination mesh rashi ke vishay me janne ko mila dhanyabad

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