ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह को कर्मफल का कारक माना जाता है। जब शनि ग्रह अपनी राशि से आगे बढ़कर किसी जातक की लग्न या चंद्र राशि से साढ़े सातवें घर में प्रवेश करता है, तो यह अवधि साढ़े साती कहलाती है। यह एक ऐसी अवधि होती है जिसमें व्यक्ति को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
साढ़े साती का प्रभाव व्यक्ति के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों पर पड़ता है, जैसे:
हालांकि साढ़े साती एक चुनौतीपूर्ण अवधि होती है, लेकिन इसे सफलतापूर्वक पार किया जा सकता है। कुछ उपाय हैं जो आप इस दौरान कर सकते हैं:
साढ़े साती की अवधि लगभग साढ़े सात साल की होती है। इस अवधि के बाद शनि ग्रह आगे बढ़ जाता है और जातक को राहत मिलती है। हालांकि, इस अवधि में किए गए अच्छे कर्मों का फल भी मिलना शुरू होता है।
साढ़े साती एक चुनौतीपूर्ण अवधि हो सकती है, लेकिन यह जीवन का एक हिस्सा है। धैर्य और दृढ़ता के साथ इस अवधि को पार किया जा सकता है।
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